मालिश वाले दादा भी बने डॉक्टर
-झोलाछाप डॉक्टरों की बढ़ती संख्या (अनुराग तागड़े) 9893699969 इंदौर। प्रशासन की ढीलपोल का फायदा उठाते हुए शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों की संख्या काफी तेजी से बढ़ती जा रही है। लगातार शिकायतें मिलने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाना अपने आप में आश्चर्य का विषय है। दरअसल प्रशासन को आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) ने भी 200 से भी ज्यादा झोलाछाप डॉक्टरों की सूची सौंपी है जिसमें क्लिनिक के फोटो के अलावा उनके नाम आदि का भी जिक्र किया गया है। तरह तरह के डॉक्टर शहर के आसपास कई ऐसे डॉक्टर मौजूद हैं जो शाम को ही प्रेक्टिस करते हैं तथा दिन में कोई और काम करते हैं याने दिनभर में वे जो कुछ भी करें पर शाम को मालिश वाले डॉक्टर बन जाते हैं। अब मालिश करने वाले ही डॉक्टर बन जाएं तब आप समझ सकते हैं कि क्या होगा? ये बाकायदा दवा भी लिखते हैं। इसके अलावा दवाओं की थोड़ी बहुत जानकारी रखने वाले भी अपने आप को डॉक्टर से कम नहीं समझते और अपने पर्चे पर नाम के साथ बाकायदा डॉक्टर लिखते हैं तथा दवा भी देते हैैं। दवा का बिजनेस आकर्षित करता है दरअसल संपूर्ण मामला दवाओं पर मिलने ...