ये हैं भारत में आतंक के रास्ते ...

ये हैं भारत में आतंक के रास्ते ...
(अनुराग तागड़े)
देश में अब तक आतंकवादी रे , सड़क व हवाई मार्ग का योगकर अपनी गतिविधियों को अंजाम देते थे। परंतु मुंबई की घटना ने यह साबित कर दिया है कि अब विशा समु के माध्यम से भी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे सकते है। जानते हैं आतंकवाद के उन रास्तोंे को जहाँ से ये दहशतगर्द घुसते हैं। इससे आतंकवाद की भयावहता का अंदाज गाया जा सकता है। आतंकवादियों द्वारा अब केव कश्मीर से व पुराने रास्तों जैसे राजस्थान और गुजरात से भारत में वेश नहीं करते,े बल्कि वे मुख रुप से बांग् ादेश व नेपा के रास्ते भारत में आने गे है। मुंबई की घटना के बाद से यह भी तय हो गया है कि देश की ज सीमा भी अब सुरक्षित नहीं रही है।तथ्य- देश के 232 जि े आतंकवाद से भावित है।यहँा से पाते है वेशजम्मू कश्मीर :यहँॅा पर ीनगर, कूपवारा, अनंतनाग, उधमपुर, डोडा,जम्मू व कठुआ क्षेत्र आतंकवाद से भावित है। पाकिस्तान से आने वा े आतंकवादी मुख्य रुप से पाकिस्तान के कब्जे वा े कश्मीर के र्स्कादू से भारत में आते है। खासतौर पर गर्मी के दिनों में जब बर्फ पिघ जाती है तब पाकिस्तानी सेना की फायरिंग की आड़ में आतंकवादी राज्य के बारामू ा, बडगाम, पुंछ तथा राजौरी से भी वेश पाने की कोशिश करते है।नेपा के रास्ते :नेपा के रास्ते आतंकवादी काफी आसानी से भारत में आ जाते है। यहँा के धानगडी, नेपा गंज, बीरगंज, जनकपुर से भारत के बिहार राज्य के अरेरिया, सौपो , मधुबनी, सीतामढी तथा मोतीहारी जि ों में वेश पाते है।पंजाब : राज्य से वैसे तो गत कुछ वर्षो से आतंकवादियो के वेश पाने की कोई खबर नहीं है पर आतंकियो द्वारा पंजाब के फिरोजपुर का उपयोग भारत आने के ि ए किया जाता रहा है।गुजरात : गुजरात की सीमा से वैसे आतंकवादी काफी कम संख्या में भारत आए है परंतु कराची बंदरगाह से गुजरात काफी निकट होने के कारण आतंकवादियो द्वारा भारत में वेश के ि ए राज्य के पोरबंदर बंदरगाह का चुनाव मुंबई की घटना को अंजाम देने के ि ए किया था। गोआ : राज्य से आतंकियो के वेश बड़ी घटना सामने नहीं आई है परंतु मुंबई की घटना के पश्चात राज्य में नेवी व कोस्ट गार्ड को और अधिक सर्तक रहने के ि ए कहा गया है। उन्हें नई बोट्स भी दी जा रही है। उल् ेखनीय है कि गोआ में सबसे ज्यादा विदेशी सै ानी आते है जिनमें इजराई से ेकर अमेरिका व ब्रिटेन के सै ानी भी होते है। इजराई ने गत दो वर्षो से नववर्ष के मौके पर अपने यहँा के नागरिको को गोआ नहीं जाने की भी स ाह दी है। राज्य के मर्मोगोवा तथा वास्को तथा बोगोमा ो क्षेत्र जो कि समु किनारे है पर नेवी द्वारा पेट्रि ंग की जा रही है। वही केंडि म से बागा तक भी पेट्रि ंग की जा रही है। क्रिसमस व नववर्ष को देखते हुए राज्य में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।राजस्थान : राज्य में आतंकवादी घटनाओं में गत कुछ समय से वृद्धि हुई है । राज्य की सीमा पाकिस्तान से गी है और बाडमेर से ेकर जैस मेर जि े की सीमा से गी हुई पाकिस्तान की सीमा से न केव आतंकवादी बल्कि भारी संख्या में हथियारों की तस्करी व अन्य सामान की तस्करी होती है। भारत की सीमा पर गे कई गांव पाकिस्तान की सीमा से गे है। इस कारण कई बार उँटो पर हथियार ाद कर उन्हें पाकिस्तान से राजस्थान भेजे जाते है।उत्तर देश : राज्य के पी ीभीत, खीमपुर खैरी, बेहराइच, ावस्ती, ब रामपुर, महराजगंज जि ो की सीमा नेपा से मि ती है। इन जि ो में सबसे ज्यादा खीमपुर तथा महाराजगंज से आसानी से भारत आया जा सकता है।उत्तरपूर्व के राज्य : क्षेत्र के गभग सभी राज्यों में छोटी मोटी आतंकी घटनाओं के आ ावा आसाम में बड़ी घटनाएँ होती रहती है। आसाम के अ ावा मेघा य,त्रिपुरा,अरुणाच देश,मिजोरम,मणीपुर व नागा ैंड में आतंकियों की पहुँच है। बांग् ादेश के रास्ते आतंकी इन राज्यों में बड़ी संख्या में पहुँच रहे है और गत दस वर्षो में इनकी संख्या में काफी तेजी देखने में आई है।दक्षिण के राज्य : कर्नाटक,आंध्र देश और तमि नाडु में भी आतंकी घटनाओं में बढोत्तरी हुई है। तमि नाडु में ी ंका से ए टीटीई के ोग आसानी से आ जाते है परंतु अभी तक यहँा से बड़े आतंकी संगठन द्वारा समु के रास्ते से आने की कोई भी घटना काश में नहीं आई है।

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