anurag tagde indore
लता क्या है?
सुर उनके गले से निकलते समय इठलाता है। ताल उनके गाने का साथ पाकर मदमस्त हो जाता है और शब्द उनका सुर पाकर आत्मुग्ध हो जाते है। ऐसी शख्सियत का नाम केवल लता मंगेशकर ही हो सकता है। लता क्या है? भारतरत्न, सुर साम्राज्ञी और न जाने और कितनी उपाधियों से लता को नवाजा गया है पर आज भी लता को देखकर कभी भी यह एहसास होता कि उन्हें अपनी आवाज पर गुमान है। उनके जन्मदिन पर काफी दिनों के बाद उन्हें टेलिविजन चैनल पर हँसते खिलखिलाते हुए देखा। जावेद अख्तर साहब ने लता जी से काफी अच्छे प्रश्न पुछे साथ ही बॉलीवुड की तमाम हस्तियों ने भी लताजी से प्रश्न पुछे। परंतु इन सभी में एक बात जो सबसे ज्यादा मुझे दिल को छू गई वह थी लताजी की सादगी। सादगी की प्रतिमूर्ती हंै वे तथा उन्हें देखकर सही मायने में लगता है कि जिस प्रकार से संगीत का एक स्वर सच्चा और नि:श्छल होता है ठीक वही स्वरुप लताजी का लगता है। लताजी के चेहरे पर बच्चों सी मासूमियत है तो भगवान की भक्ति में लीन में एक साधु के चेहरे की माफिक तेज भी है। निश्चित रुप से लता भारतीय फिल्म संगीत के मंदिर की वह पूजनीय मूर्ती है जिसके आसपास संपूर्ण संगीत रचा गया हो। लताज...
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